क्या तुम्हे किसी नारी को देखकर यह इच्छा नहीं होती की काश मैंने शादी न की होती
संता : क्या तुम्हे किसी नारी को देखकर यह इच्छा नहीं होती की काश मैंने शादी न की होती और मैं कुंवारा होता? . . बंता : होती है होती है, हर बार होती है बार बार होती है बहुत तेज होती है. . . . संता : कौन है वो स्पेशल? किसे देखकर तुम्हे इतनी ज्यादा इच्छा होती है भाई? . . बंता : यार, मेरी बीवी को देखकर। ------- एक बार संता अपनी बीवी के साथ बस में जा रहा था। उसने कंडक्टर से कहा, ‘डेढ़ टिकट दे दो। आधा मेरे लिए और एक मेरी बीवी के लिए।' कंडक्टर : मूंछें आ गईं हैं और अभी भी हाफ टिकट लेगा। तेरा पूरा टिकट लगेगा। संता : फिर मेरा पूरा टिकट दे दो और बीवी की हाफ। उनकी तो मूंछें नहीं हैं।
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